एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयी;

एक अजनबी से बात क्या हुई क़यामत हो गयी;
सारे शहर को इस चाहत की खबर हो गयी;
क्यूँ ना दोष दू इस दिल-ऐ-नादाँ को;
दोस्ती का इरादा था और मोहब्बत हो गयी...!!