हम चीज़ हैं बड़े काम के...यारम
हम चीज़ हैं बड़े काम के...यारम
हमें काम पे रख लो कभी...यारम
हम चीज़ हैं बड़े काम के...यारम
हो सूरज से पहले जगायेंगे
और अखब़ार की सब सुर्खियाँ हम गुनगुनायेंगे
पेश करेंगे गर्म चाय फिर
कोई ख़बर आई ना पसंद तो, एंड बदल देंगे
हो मुह खुली जम्हाई पे
हम बजाएं चुटकियाँ
धुप ना तुम को लगे
खोल देंगे छतरियां
पीछे पीछे दिन भर
घर दफ़्तर मैं ले के चलेंगे हम
तुम्हारी फाइलें, तुम्हारी डायरी
गाडी की चाबियां, तुम्हारी ऐनके
तुम्हारा लैपटॉप, तुम्हारी कैप, फ़ोन
और अपना दिल, कंवारा दिल
प्यार में हारा बेचारा दिल
और अपना दिल कंवारा दिल
प्यार में हारा, बेचारा दिल...
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